उत्तर प्रदेश : के बिजनौर जिले से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। रेलवे में कार्यरत एक ईमानदार कर्मचारी की हत्या उसी की पत्नी ने कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या को छिपाने के लिए पत्नी ने उसे हार्ट अटैक का रूप देने की कोशिश की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसका झूठ उजागर कर दिया।
मृतक दीपक कुमार (29 वर्ष) नजीबाबाद रेलवे स्टेशन के कैरिज एंड वैगन डिपार्टमेंट में तकनीकी पद पर तैनात थे। मूल रूप से बिजनौर जिले के हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव मुकरंदपुर के रहने वाले दीपक ने 17 जनवरी 2024 को नहटौर के चौहड़पुर निवासी शिवानी से प्रेम विवाह किया था। दोनों एक-दूसरे को कॉलेज के समय से जानते थे और कई सालों तक प्रेम संबंध में रहने के बाद शादी के बंधन में बंधे थे।
शादी के बाद दीपक पत्नी और एक वर्षीय बेटे वेदांत के साथ नजीबाबाद के आदर्श नगर इलाके में किराये के मकान में रहने लगे। घर में पहले से कुछ विवाद चल रहे थे, जिसके चलते दीपक ने शिवानी को अपने घर से अलग नजीबाबाद में शिफ्ट कर दिया था।
घटना 4 अप्रैल की दोपहर की है। शिवानी ने दीपक के परिवार को फोन करके बताया कि दीपक को अचानक हार्ट अटैक आया है। उसने खुद दीपक को पहले एक निजी अस्पताल और फिर समीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया। आखिर में दीपक को बिजनौर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
शिवानी ने पहले दीपक के पोस्टमार्टम से इंकार किया, लेकिन जब परिजनों ने गले पर संदिग्ध निशान देखे तो उन्होंने जोर देकर पोस्टमार्टम करवाया। यहीं से हत्याकांड की परतें खुलनी शुरू हुईं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, दीपक की मौत स्वाभाविक नहीं थी। बल्कि उसे रस्सी या कपड़े से गला घोंटकर मारा गया था। उसके गले में खाद्य पदार्थ भी फंसा हुआ पाया गया, जिससे यह भी स्पष्ट हुआ कि हत्या खाने के दौरान अचानक की गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने पत्नी शिवानी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरुआत में वह गुमराह करती रही, लेकिन अंततः उसने हत्या कबूल कर ली। शिवानी ने कहा कि उसने दीपक को गला घोंटकर मारा, लेकिन यह साफ नहीं बताया कि उस वक्त कोई और भी उसके साथ था या नहीं।
पुलिस का मानना है कि यह हत्या अकेले अंजाम देना मुश्किल है, इसलिए पुलिस सह-आरोपी की तलाश कर रही है। शुरुआत में शिवानी ने एक युवक का नाम लिया था, लेकिन पूछताछ में उसकी संलिप्तता नहीं पाई गई।
दीपक की मां पुष्पा और भाई पीयूष ने आरोप लगाया है कि शिवानी का व्यवहार शादी के बाद से ही संदेहास्पद था। वो सास से मारपीट करती थी, घरेलू झगड़े आम थे। परिवार का मानना है कि शिवानी ने दीपक की हत्या सरकारी नौकरी की मृतक आश्रित कोटे की नौकरी और फंड हड़पने के इरादे से की।
पुलिस अब इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कहीं शिवानी के किसी प्रेम प्रसंग या अवैध संबंध की वजह से तो हत्या नहीं हुई।
दीपक ने वर्ष 2021 में सीआरपीएफ मणिपुर में नौकरी शुरू की थी।
मार्च 2023 में उन्होंने CRPF छोड़कर रेलवे में तकनीकी पद पर नियुक्ति ली थी।
वे एक मेहनती, ईमानदार और अपने काम से प्यार करने वाले कर्मचारी थे।
एसपी सिटी संजीव वाजपेयी के मुताबिक, हत्या की FIR दर्ज कर ली गई है और शिवानी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस खौफनाक साजिश में और कौन शामिल था। साथ ही शिवानी के मोबाइल कॉल डिटेल्स, चैट्स और बैंक ट्रांजैक्शन की भी जांच की जा रही है।
मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड जैसा ही यह मामला बिजनौर में दीपक की हत्या के रूप में सामने आया है। प्यार से शुरू हुई शादी, लालच, शक और झगड़ों की भेंट चढ़ गई। अब समाज के सामने बड़ा सवाल है — क्या हम रिश्तों में छिपे अंधेरे पहलुओं को समझ पा रहे हैं?
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